याज्ञवल्क्य और मैत्रेयी की विद्वत्ता
संपत्ति और भौतिक सुख कभी भी आत्मा की शांति और मोक्ष के बराबर नहीं हो सकते।
संपत्ति और भौतिक सुख कभी भी आत्मा की शांति और मोक्ष के बराबर नहीं हो सकते।
रानी वेला की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कर्तव्य और संकल्प से बड़ा कुछ नहीं होता।